FROM: Dainik Bhaskar dated 28/09/2012, Edition- JAIPUR
Same thing is seen in Pharmacist result also. Pharma-XL given all details on website, but students are still sleeping. More than 50% general seats are taken in reserved category. NO CASE, NO FIR, Direct Faisla.....BUT ssssssssssssssssssssshhhhhhhhhhhhh!!!!!!!
PHARMACISTS ARE SLEEPING!!
SABKO NETAGIRI ATI HAI BUS. HUM ELECTION MAI KHADE HONGE. HUM COLLEGE MAI DALALI KHA KAR ADDMISSION KARWAYENGE....LEKIN FIELD KE LIYE KUCH NAHIN KARENGE.
JAAGO GENERAL WALON........AB TO JAAGOOoo!!
Comments
हाईकोर्ट ने फार्मासिस्ट भर्ती में सामान्य वर्ग के पदों पर आरक्षित वर्ग का चयन करने को चुनौती देने के मामले में चिकित्सा सचिव, आरयूएचएस के रजिस्ट्रार, चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त निदेशक सहित चार को नोटिस जारी किए। अदालत ने इनसे दस दिन में जवाब मांगा। अदालत ने यह आदेश दुर्गेश नंदन की याचिका पर दिया। अधिवक्ता दीनदयाल शर्मा ने बताया कि 26 नवंबर, 2011 को विज्ञप्ति जारी कर फार्मासिस्ट के लिए आवेदन मांगे थे। इनमें से 516 पद सामान्य वर्ग के लिए थे, लेकिन 11 जुलाई 2012 को जारी की गई चयन सूची में 516 पदों में से 249 पदों पर आरक्षित वर्ग व सामान्य वर्ग की महिला अभ्यर्थियों का चयन किया गया। इसमें ऐसे अभ्यर्थी भी शामिल थे, जिन्होंने आवेदन ही आरक्षित वर्ग में किया था और पूर्व में ये फीस व आयु का लाभ प्राप्त कर चुके थे। याचिका में कहा कि सामान्य वर्ग के पदों पर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का चयन करना गलत है। अदालत ने याचिका पर सुनवाई कर सरकार व यूनिवर्सिटी से जवाब मांगा है।
http://epaper.bhaskar.com/jaipur/14/17082012/0/1/
Can Raj.Govt justified the it.
Sarkar ne Gen. ko Bhikh mangne layak bhi nahi chhoda.
Abhi nahin lade to ye vote politics kabhi ladne layak bhi nahin chodegi....
Writ petition file karo.....you will definitlely win.....follow Sabarwal case.....